जरूरी नहीं है
तेरे सही होने के लिए
मेरा गलत होना
जरूरी नही है
आसमान को नीला होने के लिए
धरती का लाल होना
जरूरी नही है
एक साथ मिल-जुलकर जीने के लिेए
धर्म-जाति-रंग का
एक होना
जरूरी नही है
अपनी पहचान
जानने और बनाने के लिए
एक-दुसरे से
लडना झगडना
जरूरी नही है..
हम दोनो एक साथ
सही और गलत
हो सकते है
उसके लिए
धरती का थम जाना
जरूरी नही है
न गलत अपने में गलत
न सही अपने में सही
जरूरी नही है
तेरे-मेरे एक साथ सुख-चैन से जीने के लिए
जो कुछ भी लगे
वह निखालिश
सही और
सही के सिवाय
कुछ और
नही है
-नरेश दधीच
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment